जिंदा निकला मैं / Zinda Nikla Main
साजिशों के गठजोड़ से
आशिकों की होड से
जिंदा निकला मैं
कुछ यादें रही उसकी साथ मगर
रह गई जैसे कुछ बची कसर
साँस बची थी बस एक ,बरबाद हुए हम
साँसों पर उसका नाम लिख कर
आफतों के मोड़ से
हादसों की चोट से
जिंदा निकला मैं
जिंदा निकला मैं !
5 Comments
❤️❤️❤️
ReplyDelete❤️❤️❤️❤️
ReplyDeleteOsm
ReplyDeletemast h bhaiwa
ReplyDeleteKeep writing bhai you can be great.
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