Main Din Kahu Tum Raat Samajhana / मैं दिन कहूं, तुम रात समझना 

Main Din Kahu Tum Raat Samajhana

मैं दिन कहूं, तुम रात समझना 

करू इशारे, जज्बात समझना

मैं प्रेम कहूं, तुम प्रीत समझना

मै  धुन कहूं, तुम गीत समझना 

कहूं मौसम , तुम रीत समझना 

मंदिर कहु तुम,  केदारनाथ समझना

मैं कांटे कहूं, तुम फूल समझना

करूं गलतियां, तुम भूल समझना

मेरे दिल के हर एक बात समझना 

बीते  हुए, हर बात समझना